संस्कृति के चार अध्यायRājapāla eṇḍa Sanza, 1956 - 679 pages |
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... आर्यों में गौरवर्ण वाले लोग अधिक हैं तथा जो लोग द्राविड़ भाषाएं बोलते हैं , वे दक्षिण में रहते हैं । बिहार में ओरांव जाति की भाषा और ...
... आर्यों में गौरवर्ण वाले लोग अधिक हैं तथा जो लोग द्राविड़ भाषाएं बोलते हैं , वे दक्षिण में रहते हैं । बिहार में ओरांव जाति की भाषा और ...
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... आर्यों का आदि स्थान पश्चिम के , प्रायः , सभी बड़े विद्वानों का कहना है कि आर्य भारत में बाहर से आये थे और उनका आदि निवास स्थान कहीं ...
... आर्यों का आदि स्थान पश्चिम के , प्रायः , सभी बड़े विद्वानों का कहना है कि आर्य भारत में बाहर से आये थे और उनका आदि निवास स्थान कहीं ...
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... आर्यों के मस्तिष्क की उपज नहीं थीं , बल्कि द्राविड़ , औष्ट्रिक एवं नीग्रो समाज में तथा बाद को आनेवाली मंगोल यूनानी , शक , आभीर आदि ...
... आर्यों के मस्तिष्क की उपज नहीं थीं , बल्कि द्राविड़ , औष्ट्रिक एवं नीग्रो समाज में तथा बाद को आनेवाली मंगोल यूनानी , शक , आभीर आदि ...
Common terms and phrases
अथवा अधिक अनेक अपना अपनी अपने आये आर्य आर्यों इन इस इसलिये इसी इस्लाम ईरान उनका उनकी उनके उन्हें उन्होंने उस उसका उसके उसे एक एवं ओर और कर करते करने कहा का काल किन्तु किया किसी की कुछ के के कारण के बाद के लिये के साथ केवल को कोई क्योंकि गयी गये जनता जब जा जाता है जाति जाने जिस जीवन जैन जो तक तथा तब तो था था कि थी थे दिया दोनों धर्म के नहीं नहीं है नाम ने पर पहले प्रकार प्रभाव फारसी फिर बहुत बात बुद्ध बौद्ध बौद्ध धर्म भारत भारत के भारत में भारतीय भाषा भी मत मनुष्य मुसलमान में में भी यह यहाँ या यूरोप ये रहा रही रहे रामायण रूप लगे लोग लोगों वह वाले वे वेद संस्कृति सकता सभी समय समाज से हम हिन्दुओं हिन्दुत्व हिन्दू ही हुआ हुई हुए है और है कि हैं हो गया होता है होने