Matsaya Puran

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Diamond Pocket Books (P) Ltd. - 152 pages
 

Selected pages

Contents

Section 1
5
Section 2
9
Section 3
11
Section 4
111
Section 5
126
Section 6
132
Section 7
136
Copyright

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Common terms and phrases

अग्नि अनेक अपना अपनी अपने आदि आप इंद्र इन इस इस प्रकार इसके उत्पन्न उनके उनसे उन्हें उन्होंने उस उसका उसके उसने उसे एक एवं ओर और कर दिया करके करता करते हुए करना करने के करें का किया और किसी की कुछ के कारण के पास के बाद के रूप में के लिए को कोई गई चाहिए जन्म जब जाने जो तक तथा तप तब तुम तो था थे दंड दान दानव दानवों दिन देखकर देवता देवताओं देवों दैत्य दो द्वारा धर्म धारण नहीं नाम ने पर पार्वती पुत्र पुराण पृथ्वी प्रसन्न प्राप्त फिर बहुत बात बोले ब्रह्मा ब्रह्माजी भगवान नारायण भी मत्स्य मुझे मैं ययाति यह यहां युद्ध रहे राजा लगा लगे लिया लेकिन वह वहां वाला वाले विष्णु वे शंकर शर्मिष्ठा शिव शिवजी शुक्राचार्य श्री सभी समय समान सुनकर सूर्य सृष्टि से ही हुआ हुई हूं हे है है और हैं हो गए हो गया होकर होने

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